गुप्तांगों की स्वच्छता: एक नाजुक मुद्दा
शरीर के अंतरंग क्षेत्रों में अच्छी स्वच्छता बनाए रखने के महत्व पर पर्याप्त जोर नहीं दिया जा सका है।
यह वह विषय है जिस पर शायद ही कभी सार्वजनिक रूप से कुछ बोला जाता है और ज्यादातर लोग अपने दोस्तों के साथ भी इस पर चर्चा करने में असहज महसूस करते हैं। लेकिन गुप्तांगों की स्वच्छता एक गंभीर मामला है और इस पर भी उतना ही समय और ध्यान दिया जाना चाहिए जितना हम अपने शरीर के बाकी हिस्सों की स्वच्छता पर देते हैं। यह ऐसा मुद्दा है जिसे हर व्यक्ति - पुरुष, महिला या बच्चे - को गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि इसका आपके समग्र स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है।
गुप्तांगों को नियमित रूप से साफ नहीं किए जाने पर स्मेग्मा नामक एक चिपचिपा श्वेत पदार्थ इकट्ठा होने लगता है। यह शरीर का प्राकृतिक स्राव है और हर दिन साफ किया जाना चाहिए। हालांकि इस क्षेत्र में कुछ मात्रा में स्मेग्मा से कोई नुकसान नहीं होता है, लेकिन कई दिनों तक स्मेग्मा जमा होने से निश्चित रूप से कुछ समस्याएँ हो सकती हैं। स्मेग्मा खुजली और सूजन पैदा करने के अलावा बैक्टीरिया के संक्रमण का अड्डा भी बन जाता है।
फिर, एंटीबायोटिक दवाओं के सेवन (जिसके कारण हार्मोन संबंधी असंतुलन और शारीरिक स्राव हो सकता है), अल्पकालिक बीमारी या आहार में बहुत अधिक शर्करा से होने वाले संक्रमण हैं। इनके परिणामस्वरूप ऐसा स्राव होता है जिससे दुर्गंध आती है और अंतरंग क्षेत्रों में खुजली होती है। इनकी डॉक्टर द्वारा और गहरी अस्वस्थता के संकेतों के लिए जाँच की जानी चाहिए।
हालांकि, गुप्तांगों की स्वच्छता की बुनियादी बातों का पालन किया जाना चाहिए:
बच्चों के लिए:
हर बार जब आप अपने बच्चों को नहलाती हैं, तो उन्हें अपने गुप्तांगों को मुलायम साबुन और पानी से धोने का निर्देश दें (डेटॉल स्किन केयर बार सोप जैसा साबुन सबसे अच्छा है)। यह स्वयं न करें - अपने बच्चों को सिखाएँ कि केवल वे ही अपने प्यूबिक एरिया और नितंबों को छू सकते हैं। चरण दर चरण उन्हें यह प्रक्रिया सिखाएं: ‘‘साबुन अपने हाथ में लों, अब झाग बनाओ’’ कहते हुएशुरूआत करें, फिर उन्हें अपने गुप्तांगों पर साबुन लगाना और फिर पानी से साफ करना सिखाएँ। उन्हें एक साफ तौलिया दें और शरीर के बाकी हिस्सों को पोंछने से पहले उस क्षेत्र को पोंछकर सुखाने के लिए कहें। जब अकेले नहाने का समय आ जाएगा, तो आपके बच्चों को पता होगा कि गुप्तांगों की अच्छी स्वच्छता बनाए रखने के लिए खुद को कैसे ठीक से साफ किया जाना है।
महिलाओं के लिए:
महिलाओं को मासिक धर्म और योनि स्राव से गुजरना पड़ता है, इसलिए अपने अंतरंग क्षेत्रों को साफ और सूखा रखना बहुत जरूरी है। बहुत सी महिलाएं नहाने के दौरान वेजाइनल वॉश का इस्तेमाल करती हैं, लेकिन इनका केवल डॉक्टर के निर्देश पर ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए और अगर पहले से कोई सर्वाइकल या वेजाइनल इंफेक्शन नहीं है। स्मेग्मा का संचय रोकने के लिए हर दिन लेबिया और योनी की सफाई महत्वपूर्ण है। महिलाओं को गुदाद्वार भी साफ रखना चाहिए ताकि बैक्टीरियल इन्फेक्शन यूरिनरी ओपनिंग और वेजाइना में न फैले। कई डॉक्टर संक्रमण से बचने और तरोताजा महसूस करने के लिए संभोग से पहले और बाद में गुप्तांगों को धोने की सलाह देते हैं। गुप्तांगों की सफाई के लिए डेटॉल गोल्ड बार सोप सबसे अच्छा है।
पुरुषों के लिए:
अधिकांश पुरुषों के लिए, शिश्नग्रच्छद के नीचे एकत्रित स्मेग्मा साफ करने के लिए शिश्नग्रच्छद पीछे की ओर खिसकाना आवश्यक है। नियमित रूप से साफ नहीं किए जाने पर इससे खुजली, खराश और यहां तक कि शिश्नग्रच्छद को वापस खींचने में कठिनाई हो सकती है। गुप्तांगों को साफ करने के लिए साबुन और पानी का इस्तेमाल काफी है। कुछ पुरुषों को संभोग के बाद अपने गुप्तांगों पर फोड़ों और दानों का अनुभव हो सकता है - ये स्थानीयकृत संक्रमण (जैसे योनि संक्रमण) या यौन साथी से मिले एसटीडी का संकेत हो सकते हैं। इसलिए, संभोग के दौरान कंडोम पहनना और बाद में लिंग को धोना अच्छी बात है।